Tag Archives: गजले

डाली मोगरे की

मोगरे की भीनी-भीनी खुशबू से महकती शायरी की एक किताब ‘डाली मोगरे की’: के. पी. अनमोल ‘मोगरे की डाली’ के आस-पास बैठकर कभी हम अगर ज़िंदगी के अलग-अलग पहलुओं को शायरी के ज़रिये फूलों की खुशबू की तरह महसूस करें! … पढना जारी रखे

बिना श्रेणी में प्रकाशित किया गया | Tagged , , | टिप्पणी करे

स्‍वागत

पुस्‍तक समीक्षा पर आपका स्‍वागत है । यहां पर प्राप्‍त पुस्‍तकों की समीक्षा की जाऐगी । अगर आप अपनी पुस्‍तक भेजना चाहें तो आप सम्‍पर्क कर सकतें हेै। इस मंच पर प्राप्‍त पुस्‍तकों को विक्रय के लिए भी निशुल्‍क उपलब्‍ध … पढना जारी रखे

बिना श्रेणी में प्रकाशित किया गया | Tagged , , , , , , , | टिप्पणी करे